स्विगी इंस्टामार्ट पर चाँदी का सिक्का ऑर्डर करना पड़ा महंगा , कैंसिलेशन पर पूरे रुपये काटने की कैंसिलेशन पॉलिसी ने उपभोक्ता हितों की रक्षा के दावे पर प्रश्नचिन्ह लगाया - शत-प्रतिशत राशि जब्त करने तथा शून्य रिफंड पॉलिसी उपभोक्ता अधिकारों पर कुठाराघात : आशु कुक्कड़
श्रीगंगानगर, 22 अक्टूबर 2025: ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी की कठोर रिफंड पॉलिसी ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। युवा व्यवसायी आशु कुक्कड़ ने बताया कि उनके रिश्तेदार ने धनतेरस पर्व पर 18 अक्टूबर, शनिवार को ऑर्डर संख्या 219746941891662 द्वारा स्विगी इंस्टामार्ट के माध्यम से कल्याण ज्वेलर्स का चाँदी का सिक्का रुपये 944 का ऑनलाइन पेमेंट कर ऑर्डर किया था। मात्र 5 मिनट बाद किसी कारणवश ऑर्डर कैंसिल किए जाने के बाद, स्विगी ने रिफंड के तौर पर शून्य राशि लौटाई और ग्राहक के पूरे 944 रुपये काट लिए।
पूरी राशि जब्त किए जाने से निराश उपभोक्ता ने इस कार्यवाही को ‘सरासर उपभोक्ता का आर्थिक व मानसिक शोषण’ करार दिया है। कैंसिलेशन पर पूरे रुपये काटने की कैंसिलेशन पॉलिसी ने कम्पनी तथा सरकार के उपभोक्ता हितों की रक्षा के दावे पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। अगर कोई ऑर्डर कैंसिल किया जाता है, तो कैंसिलेशन फीस लगनी चाहिए, लेकिन पूरी राशि काट लेना और शून्य रिफंड देना किसी भी हाल में उचित नहीं है। खासकर, जब उपभोक्ता ने एक कीमती धातु चाँदी का सिक्का खरीदा था, जो डिलीवरी होने से पहले ही कैंसिल कर दिया गया। लेकिन रुपये 944 के ऑनलाइन भुगतान के बावजूद, एक भी रुपया वापस न करने के फैसले ने कंपनी की पारदर्शिता और ग्राहक-केंद्रितता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ऑनलाईन कम्पनियों द्वारा चांदी के सिक्के जैसे कीमती उत्पाद के मामले में शत-प्रतिशत कैंसिलेशन की कठोर नीति लागू करने की मनमानी तथा शोषणकारी व्यापारिक प्रथा किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। आशु कुक्कड़ ने केन्द्र व राज्य सरकार से मांग की है कि ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म की कैंसिलेशन तथा रिफंड नीतियों की समीक्षा करके उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि उपभोक्ताओं को आर्थिक व मानसिक परेशानी से राहत मिल सके।
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